मंगलवार, 27 मई 2014

मत भूलो .........!

मोदी मंत्रिमंडल से वंचित रखे गए मछुआ समाज के लोगों,
मत भूलो .........!
मत भूलो कि तुम इसे देश की मूलसंस्कृति का प्राणतत्व हो
मत भूलो कि तुम भारत भूमि के प्रथम अधिकारी हो
मत भूलो कि तुम्हारा अस्तित्व आर्यों के भगवानों से भी पूर्ववर्ती है
मत भूलो कि अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए राम भी तुम्हारे द्वार आये थे
मत भूलो कि तुम्हारी मत्स्यगंधाओं को ऋषियों की वासनाओं ने रौंदा है
मत भूलो कि तुम्हारा स्वर्णिम अतीत आर्यों को अबतक मुंह चिढाता है
मत भूलो कि
तुम्हे अंगुष्ठविहीन करके भी कोई परास्त न कर पाया
मत भूलो कि तुमने एकलव्य का बदला श्रीकृष्ण की हत्या से लिया था
मत भूलो कि तुमने स्वाभिमान के लिए जंगलों में रहना स्वीकार किया
मत भूलो कि तुमने बहन बेटियों का सौदा मुसलमानों से नहीं किया
मत भूलो कि
तुमने आजादी की लड़ाई पहले मोर्चे पर लड़ी
मत भूलो कि
तुम्हे अंग्रेजों और सवर्णों ने अपराधी जाति ठहराया
मत भूलो कि
तुम 1931 में वंचित घोषित होने के बाद भी वंचित हो
मत भूलो कि तुम 1947 में भी आज़ाद नहीं हुए
मत भूलो कि
तुम आज़ाद भारत में 5 वर्ष 16 दिन हिन्दुओं के गुलाम रहे
मत भूलो कि
तुम्हें संविधान में घोषित अधिकार आज भी नहीं मिले
मत भूलो कि तुम्हे
पहले SC फिर ST फिर विमुक्त और अंत में पिछड़ा घोषित कर तुम्हारे संवैधानिक अधिकारों को भ्रम फैलाकर रोका गया।
मत भूलो कि तुम्हे सैकड़ों उपजातियों में बांटकर अल्पसंख्यक बनाया गया।
मत भूलो कि तुम बहुसंख्यक हो और अपने वोट की ताक़त पर देश में अव्वल हो
मत भूलो कि तुम दूसरों को अपना भाग्य विधाता मान सत्ता सौपते रहे
मत भूलो कि
तुम्हारा संगठित होना आज भी आर्यों को खलता है
मत भूलो कि तुममे भी नेतृत्व क्षमता है
मत भूलो कि तुम्हारा सबसे बड़ा दुश्मन तुम्हारा बिखराव है
मत भूलो कि
तुम लोकतंत्र में राजनैतिक सोच के बिना कुछ भी नहीं
मत भूलो कि तुम्हारी पीढियां पिछड़ेपन हेतु तुम्हे ही दोषी ठहराएंगी
मत भूलो कि
तुम्हारी नन्हीं सी कोशिश एकता का मजबूत आधार हो सकती है
मत भूलो कि तुम अपने वोट की शक्ति से देश के शासक बन सकते हो।

मत भूलो .........!