मंगलवार, 11 दिसंबर 2012

गर्व से कहें हम तुरैहा है

कश्यप टाइटिल लिखने की वजह से नासमझ तुरैहा जाति के लोगों का बड़ा नुक्सान हुआ है । जब से कश्यप शब्द जाति के रूप में पिछड़े वर्ग में दर्ज हुआ है तब से विभिन्न जनपदों में तुरैहा जाति के प्रमाण पत्र बनना बन्द से हो गए | लोगों ने पहले कश्यप को अपना गोत्र बताकर लिखना आरम्भ किया फिर उसे अपनी जाति  बताने लगे और अपनी वास्तविक जाति को छुपाने लगे । इससे जहाँ एक ओर जनगणना आंकड़ों में तुरैहा जाति की संख्या घटने लगी वहीँ तुरैहा समाज के लोगों के सामने समस्याएँ भी आनी शुरु  हो गयी । 

आज आवश्यकता है कि  हम समाज उत्थान के लिए आगे आयें और गर्व से कहें हम तुरैहा है ,मछुआ समुदाय के अंग हैं ।

15 टिप्‍पणियां:

  1. Me Gujarat se hu Turah cast he koi Jantahi nahi Turah cast ko hame koi bhi Arakchhn nahi MiLata he

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  2. Me Gujarat me 45 saL se Nivasi hu parkoi Labh nahi MiLata he Turah Cast

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  3. Me Gujarat me 45 saL se Nivasi hu parkoi Labh nahi MiLata he Turah Cast

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  4. अपनी पहचान बनाओ नाम के आगे तुरैहा लगाओ
    बच्चो के प्रवेश के समय तुरैहा लिख्बओ

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  5. जनगणना के समय जाति के कालम मे तुरैहा लिख्वओ

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  6. Me Assam se hu, hamre cast ke har jagah he bas ham sabko Milkar Apni Wastawik Pehchan ko Samne Lana he Jo lupt ho Raha he . Jo Moti Bikhar Chuke he un Motiyo dhund ke ham sab ko milkar ek Motiyo haar banna cahiye.
    Apna samaj Ko nahi sakenge ham to hamara khudka kya Astitwo Reh jaiga. Jai Hind , Jai Turaha Samaj 🙏

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  7. तुरैहा जाति का विकास के लिए एक निश्चित टाइटिल की आवश्यकता है जिसे सभी तुरैहा समाज के सभी लोग अपने नाम के बाद लगाये ।

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