
क्या मछुआरों को उत्तर प्रदेश सरकार के प्रस्ताव पर SC आरक्षण मंजूर करते ही केंद्र सरकार गिर जायेगी .........श्री प्रकाश जायसवाल को इतना बड़ा झूठ बोलने तनिक भी शर्म नहीं आई ...और बेहयाई से मछुआ समुदाय को ब्लैक मेल करते हुए मंत्री जी पूर्ण बहुमत की सरकार हेतु वोट मांगते हुए कहते हैं कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाओ तो SC स्टेटस मिलेगा । अगर ये सच है कि मछुआरों को SC आरक्षण देते ही केंद्र सरकार गिर जायेगी तो कांग्रेस के इस मंत्री को उन लोगों के नाम भी उजागर करने चाहिए जो मछुआ आरक्षण पर कांग्रेस सरकार का विरोध कर रहे हैं और सरकार गिराने की हैसियत में भी हैं । उनके नाम और चेहरे सामने आ जायेंगे तो मछुआ समुदाय को आरक्षण विरोधियों से जूते की चोट पर सड़कों पर निबटने में आसानी होगी ।
दरअसल कांग्रेस और उसके मंत्री फर्जी बात बोलने में और मछुआ जातियों को गुमराह करने में महारत रखते हैं और हमारे लोगों को बेवकूफ समझते हैं । ...वे भूल रहे हैं कांग्रेस ने इस देश में 54 साल राज किया है और सदैव मछुआरों को धोखा ही दिया हैं ।
गोंड ,तुरैहा खरवार , मझवार और बेलदार को SC रिजर्वेशन महज नाम भर के लिए दिया । 31 अगस्त 1952 को अपराधी जाति अधिनियम 1871 के विखंडन के उपरान्त जरायमपेशा के तमगे से आजाद हुयी धीमर, केवट ,मल्लाह बिंद जातियों को उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति में आज तक शामिल नहीं किया जबकि उसके साथ दर्ज रही भांतु , बाबरिया , बेडिया, नट , चिड़ीमार ,बहेलिया , साँसी सहारिया को तत्काल ही SC सूची में शामिल कर लिया गया । कांग्रेस हमेशा से ही मछुआ जातियों के प्रति अपना दुश्मन नजरिया प्रदर्शित करती आई हैं । वस्तुतः इसके पीछे कांग्रेस नीत तथाकथित आजादी की लड़ाई का श्रेय लेने की होड़ रही जिसमे मछुआ समुदाय की जातियों ने राष्ट्रवादी भावनाओं का प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस और गाँधी की चाटुकारिता करने से इनकार कर दिया था और उग्र दल के साथ रहे ...नेहरु ने हमेशा ही इन जातियों को समाज विरोधी माना और वे इन्हें मुख्यधारा से दूर रखने के हिमायती रहे .....
गाहे बगाहे कांग्रेस नेहरु गाँधी की उसी सड़ी गली परंपरा को कही न कहीं आज भी ढोने का प्रयास करती नजर आती हैं ।
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