ईद मुबारक
तुम कहो मुबारक ईद उन्हें, जो मुग़लों के रखवाले थे |
तुम कहो मुबारक ईद उन्हें, जो अकबर जी के साले थे ।1।
तुम उन्हें खिलाओ दूध सिंवई, जिनके पुरखे दरबारी थे ।
तुम मंगल गान करो उनका, जो बेटी के व्यापारी थे |2|
तुम कहो मुबारक ईद उन्हें, सिंहासन बचा लिया जिसने |
केसरिया बाना मुस्लिम के, चरणों में झुका दिया जिसने |3|
तुम उन्हें खिलाओ दूध सिंवई, जिनके सब दावे टूट गए ।
मुगलों की सेना से रण में, जो क्षमा दान पर छूट गए ।4।
तुम कहो मुबारक ईद उन्हें, जिनमे ठाकुर अंदाज नहीं ।
तुर्कों से डर कर भाई के, सौदे से आये बाज़ नही।5।
तुम मंगल गान करो उनका, जो स्वसुर बन गए यवनों के |
जो निज प्राणों के वशीभूत, विक्रेता बन गए बहनों के |6|
तुम कहो मुबारक ईद उन्हें,जो शिखा कटा कर जिन्दा हैं |
तुम कहो मुबारक ईद उन्हें, जो मूंछ तान शर्मिदा है |7|
हो जय जयकार सदा उनकी, जो यवनों के हम्प्याले थे |
हिन्दू होकर हिन्दू का ही, जो खून चूसने वाले थे |8|
तुम कहो मुबारक ईद उन्हें, जो भारत माँ के लाल बने ।
गोपाल की धरती पर रहकर, जो गऊओं के दल्लाल बने ।9।
तुम कहो मुबारक ईद उन्हें, जो अंग्रेजों के मुखबिर थे ।
जलियांवाला चिल्लाता है वो हिन्दू थे वो हिन्दू थे ।10।
सभी समाज बंधू ईद की मुबारकबाद असली नकली राजपूतों को अवश्य दे
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